Independence Day 2023: इस बार आज़ादी का जश्न आप इन जगहों पर मना सकते है जिनका इतिहास शहादत से जुड़ा है, देखें तस्वीरें
Independence Day 2023 Visit These Places to Remember the Sacrifice of The Martyrs
Independence Day 2023: 15 अगस्त का दिन शहीदों की कुर्बानियों के पन्ने खोल देता है। देश के लिए बहाए गए शहीदों के खून से लेकर देश की आज़ादी के दिन का क्या महत्व है, ये सबकुछ बताता है। 15 अगस्त का ये दिन हमें अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिली थी को दर्शाता है। भारत की आजादी के लिए लाखों-करोड़ों स्वतंत्रता सैनियों ने अपनी जान की बाजी लगा दी थी। अंग्रेजों की हुकूमत में जो ज़ुलम देश के स्वतंत्रता सैनियों पर हुए और जहां- जहां हुए है वे जगहे आज भी भारत में है और उन स्वतंत्रता सैनियों की याद दिलाते भी है। इन खूबसूरत जगहों में बहुत से अनमोल पल जुड़े हुए है जिन्हे आप देख कर बहुत गर्व महसूस कर सकते है जी हां, इस 15 अगस्त को आप भी अपने आज़ादी का जश्न मनाने के लिए विदेश नहीं बल्कि अपने ही देश की ये जगहें घूमे जो हमारे देश के इतिहास की गवाह है। आइए जानते इन जगहों के बारे में विस्तार से...
वाघा बॉर्डर, अमृतसर
15 अगस्त को आप परिवार और दोस्तों के साथ वाघा बॉर्डर जा सकते हैं। यहां से आप पाकिस्तान की जमीन देख सकते हैं और भारत की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले शहीदों के शौर्य और बलिदान को याद कर सकते हैं। यह जगह आपको भीतर से देशभक्ति के जज्बे और जुनून से भर देगी।
जलियांवाला बाग, अमृतसर
15 अगस्त को आप परिवार और दोस्तों के साथ अमृतसर स्थित जलियांवाला बाग की सैर कर सकते हैं। यहां अंग्रेजों की क्रूरता और भारत के लिए आजादी के संघर्ष को याद कर सकते हैं। इसी जगह पर अंग्रेजों ने निहत्थे भारतीयों पर गोलियां बरसाई थीं।
नेशनल वार मेमोरियल, नई दिल्ली
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आप परिवार और दोस्तों के साथ नेशनल वार मेमोरियल जा सकते हैं। यहां जाकर आप शहीदों के बलिदान को याद कर सकते हैं और आजादी का जश्न मना सकते हैं। यह इंडिया गेट के पास है. राष्ट्रीय युद्ध स्मारक 40 एकड़ में फैला है। यहां आप 1947, 1962, 1971 और 1999 में हुए युद्ध के शहीदों को याद कर सकते हैं।
काला पानी जेल, अंडमान-निकोबार
काला पानी जेल को सेलुलर जेल भी कहते हैं। आजादी के जश्न के मौके पर टूरिस्ट यहां जा सकते हैं और इस जेल को देख सकते हैं। यकीन मानिए यह जेल आपको शहीदों की याद दिला देगी। वैसे भी अंडमान-निकोबार समुद्री लहरों के बीच बसी जगह है। यहां आप देशभक्ति को महसूस कर सकते हैं और आजादी के लिए स्वतंत्रता सैनियों के बलिदान को भी याद कर सकते हैं। इस जेल में अंग्रेज भारतीय क्रांतिकारियों को तरह-तरह की यातनाएं देते थे। वीर सावरकर को भी अंग्रेजों ने इसी जेल में यातनाएं दी थी।
चंद्रशेखर आजाद पार्क, प्रयागराज
15 अगस्त के मौके पर आप चंद्रशेखर आजाद पार्क की सैर कर सकते हैं और यहां जाकर आजादी के संघर्ष को याद कर सकते हैं। यहीं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चंद्रशेखर आजाद ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इस पार्क में जाकर आप चंद्रशेखर आजाद के बलिदान को याद कर सकते हैं। चंद्रशेखर आजाद भारत की आजादी के लिए 25 साल की उम्र में ही शहीद हो गए थे।